Saturday 19 August 2017

200 गायों की मौत के आरोपी BJP नेता ने खोली, छत्तीसगढ़ रमन सरकार




cow-deadरायपूर । मौजूदा बीजेपी सरकार की राजनीति गौभक्त, गौगुंडे, गौसेवा तक सिमट कर रह गई है। देशभर में गाय को राजनीतिक पशु बना दिया गया है. इतना ही नहीं बीफ बैन की नौटंकी और बीफ के शक में पीट-पीटकर हत्या के बीच छत्तीसगढ़ से खबर आ रही है कि बीजेपी नेता की गौशाला में 200 से ज्यादा गाएं तड़प-तड़प कर मर गईं। जो तस्वीरें सामने आई हैं। वो छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले की एक गौशाला की है, जहां चारों ओर मरी हुई गायें पड़ी दिखाई पड़ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक इन गायों की मौत भूख के चलते हुई है। दुर्ग के धमधा ब्लॉक के राजपुर क्षेत्र में बीते दो दिनो में 200 गायों की मौत होने की खबर से सियासी हलचल तेज होना लाजिमी है।गांव के सरपंच सेवाराम साहू ने कहा कि भूखमरी के चलते 200 से ज्यादा गायों की मौत हुई है.
बीजेपी शासित विभिन्न राज्यों में भूख से दम तोड़ती गायों की खबरों से इतना तो स्पष्ट है कि गौसेवा बीजेपी के लिए राजनीतिक शब्द है और गाय राजनीतिक जानवर। राजस्थान, हरियाणा के बाद छत्तीसगढ़ में बीजेपी नेता की गौशाला में ही मर गईं 200 गायों के बाद रमन सरकार के रवैये से तो इतना तो स्पष्ट हो ही गया है। अब गौशाला संचालक बीजेपी नेता ने अपनी ही सरकार की पोल खोल कर रख दी है।इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक शगुन गौशाला का आलम यह कि वहां पर सैकड़ों गायें मौत की कगार पर खड़ी हैं। गौशाला में कई गायें इतनी कमजोर हैं कि उनका चलना दूभर है और इनकी पसलियां दिखाई देती हैं। पिछले दिनों मरी हुई गायों के यहां पर अवशेष भी देखे जा सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के राजपुर गांव में जिस शगुन गौशाला में भूख से तबाह होकर पिछले तीन दिनों में दो सौ से अधिक गायों की मौत हो गई उसके मालिक बीजेपी नेता हरीश वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। हरीश वर्मा जमूल नगर पंचायत क्षेत्र से बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। शुक्रवार को पुलिस ने उन्हें विश्वासघात और गायों की अनदेखी के आरोप में अरेस्ट कर लिया था।
वहीं गायों की मौत को लेकर गौशाला मालिक और बीजेपी नेता हरीश वर्मा ने राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उनके मुताबिक सरकार ने इस स्तर की गौशाला चलाने के लिए ज़रूरी सालाना ग्रांट नहीं दी, वह भी तब जब राज्य में गौहत्या पर प्रतिबंध है।
स्थानीय लोग गौशाला में दो सौ से अधिक गायों के मरने की बात कहते हैं। वहीं पशुचिकित्सक इन आंकड़ों पर लीपापोती करने में जुटे हैं। पशुचिकित्सकों के मुताबिक उन्होंने पिछले दो दिनों में केवल 27 गायों का पोस्टमार्टम किया है। वहीं इंडियन एक्सप्रेस के रिपोर्टर को 18 अगस्त को गौशाला में 30 ताजी मरी हुई गायों की लाशें देखी थीं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शुक्रवार को उन्होंने जेसीबी को गड्ढे खोदते और ट्रैक्टर से लाशों को ले जाते देखा। वहीं राजपुर गांव के सरपंच के पति शिवराम साहू के मुताबिक, इससे पहले कभी किसी को गौशाला के अंदर घुसने नहीं दिया जाता था, लेकिन जब हम लोगों इस घटने के बारे में सुना तो गौशाला के अंदर गए और मरी हुई गायें देखीं।
उन्होंने कहा कि गौशाला के अंदर जो गायें बची हैं उनकी स्थिति बेहद दयनीय है उनके खाने पीने को कुछ नहीं है। आपको बता दें छत्तीसगढ़ के सीएम रमन सिंह ने कुछ दिन राज्य में गौहत्या करने वालों को फांसी की सज़ा देने की बात कही थी।(साभार नॅशनल जनमत)

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